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महत्वपूर्ण एवम रोचक भौगोलिक तथ्य - Important and interesting geographical facts..
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महत्वपूर्ण एवम रोचक भौगोलिक तथ्य - Important and interesting geographical facts..
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*महत्वपूर्ण एवम रोचक भौगोलिक तथ्य*
भूगोल का जनक हिकेटियस को माना जाता है। भूगोल में नव नियतिवाद के सिद्धांत का प्रतिपादन जी टेर ने किया था। मानव भूगोल का जन्मदाता फैंडरिक रेटजेल को माना जाता है। विश्व ग्लोब का निर्माण पहली बार मार्टिन बैहम ने किया था। भारतीय वन सर्वेक्षण विभाग का मुख्यालय देहरादून में है। भारत के टोपोग्राफिकल (स्थलाकृति) मानचित्र सर्वे ऑफ इंडिया द्वारा तैयार किए जाते हैं।
भारत का मौसम मानचित्र मर्केटर प्रक्षेप पर बनाया जाता है। पृथ्वी को सर्वप्रथम थेल्स विद्वान ने मापा था। विश्व के मानचित्र का निर्माण सर्वप्रथम अनेगजीमेंदर ज्योग्राफिका के लेखक हैं। राष्ट्रीय पर्यावरण शोध संस्थान नागपुर में स्थित है। उत्तरी ध्रुव पर पहुंचने वाला प्रथम व्यक्ति रावर्ट पियरी थे। दक्षिणी ध्रुव पर जाने वाला प्रथम व्यक्ति एमंड्सन नार्वे के थे। अमेरिका की खोज कोलंबस (स्पेन) ने की थी। भारत के समुद्री रास्ते की खोज वास्कोडिगामा (पुर्तगाल) ने की।
अफ्रीका के उत्तमाश अंतरी की खोज बार्थोलोम्यू डियाज ने की थी। पनामा जलडमरूमध्य के आर-पार नहर खोदने का विचार सैंटोस ने रखा था। सौरमंडल की खोज कॉपरनिकस ने की थी। सौरमंडल में सूर्य के साथ आठ ग्रह उनके पांच उपग्रह, बौने ग्रह, कुछ छुद्र ग्रह तथा बड़ी संख्या में धूमकेतु सम्मिलित हैं। आकार के अनुसार ग्रह घटते हुए क्रम में बृहस्पति,शनि,यूरेनस(अरुण), नेपच्यून (वरुण),प्रथ्वी,शुक्र,मंगल,बुध। सूर्य से बढ़ती दूरी के अनुसार ग्रहों का क्रम है, बुध, शुक्र, पृथ्वी, मंगल, बृहस्पति, शनि, यूरेनस, नेपच्यून तथा प्लूटो।
निक्स ओलंपिक नामक पर्वत मंगल ग्रह पर स्थित है। बुध एवं शुक्र ग्रह का कोई उपग्रह नहीं है। हमारी आकाशगंगा, सर्पीला कार, गैलेक्सी के रूप में वर्गीकृत की गई है। शुक्र ग्रह का आकार पृथ्वी के आकार के लगभग बराबर है। शनि ग्रह के चारों ओर स्पष्ट वलय है। हेली पुच्छल तारे का सूर्य के गिर्द परिभ्रमण पथ दीर्घ वृत्ताकार है। हेली पुच्छल तारा 76 वर्ष बाद दिखाई देता है। हमारी आकाशगंगा के केंद्र की परिक्रमा करने में सूर्य को पच्चीस मिलियन वर्ष का समय लगता है।
हमारा सौरमंडल एरावत पथ गैलेक्सी में है। तारे का रंग उसके ताप के कारण होता है। जिसके बाहर तारे आंतरिक मृत्यु को ग्रसित होते हैं, वह सीमा चंद्रशेखर सीमा कहलाती है। तारों के कारण घटित आकाशीय परिघटना कृष्ण विवर, ब्लैक होल, कृष्ण छिद्र कहलाती है। कृष्ण छिद्र के सिद्धांत को सी वी रमन ने प्रतिपादित किया था। तारों के मध्य दूरी ज्ञात करने की इकाई प्रकाश वर्ष कहलाती है। प्रकाश वर्ष खगोलीय दूरी मापने की इकाई है। सबसे अधिक चमकीला तारा साइरस है।
बुध, शुक्र, पृथ्वी, तथा मंगल ग्रह को सौरमंडल के आंतरिक ग्रहों की संज्ञा दी जाती है। भूगोल के लिए जियोग्राफिका शब्द का प्रयोग सर्वप्रथम इरोटो स्थनीज ने किया था। हमारी पृथ्वी दुग्ध मेखला आकाशगंगा का एक हिस्सा है। सूर्य के बाद पृथ्वी के सबसे निकट का तारा प्रॉक्सिमा सेंचुरी है, तथा यह अल्फा सेंचुरी समूह का तारा है। अंतरिक्ष में कुल 89 तारामंडल हैं।
भू आकृति विज्ञान का जन्मदाता पेशेल को माना जाता है। प्रसिद्ध भौगोलिक ग्रंथ किताब उल हिंद के लेखक अलबरूनी हैं। रिएक्टर स्केल का उपयोग भूकंप के झटके मापने में किया जाता है। भूकंप के एक ही समय पर आने वाले स्थानों को मिलाने वाली रेखा होमोसिस्मल कहलाती है। समान चुंबकीय झुकाव वाले स्थानों को मिलाने वाली रेखा आइसोगोनल कहलाती है। सूर्य और पृथ्वी के बीच न्यूनतम दूरी 3 जनवरी को होती है। सौरमंडल का जन्मदाता सूर्य को माना जाता है।
पृथ्वी की जुड़वा बहन कहे जाने वाले ग्रह का नाम शुक्र ग्रह है। शुमेकरी लेवी -9 धूमकेतु बृहस्पति ग्रह से टकराया था। पृथ्वी के केंद्र में पाए जाने वाला चुंबकीय पदार्थ निकेल है। रेडियो संचार में प्रेषण एंटेना द्वारा उत्सर्जित संकेत प्रतिबिंबित क्षोभ मंडल पर होते हैं। जापान में भूकंप से उत्पन्न विनाशकारी समुद्री लहरों को सुनामी कहते हैं। पृथ्वी की सतह के नीचे द्रवीभूत शैल मैग्मा कहलाता हैं। U आकार की घाटियां हिमानी क्षेत्रों में पाई जाती हैं। सीफ का निर्माण पवन से होता है।
पृथ्वी के वायुमंडल का 97% भाग 29 किलोमीटर की ऊंचाई तक जा पाता है। वायुदाब ठंडी तथा शुष्क वायु में सर्वाधिक होता है। प्रतिचक्रवात में वायुदाब केंद्र में अधिक होता है। संवहनीय वर्षा बिजली की चमक तथा बादलों की गरज के साथ होती है। पृथ्वी पर समुद्र तल से सर्वाधिक नीचे झील मृत सागर झील है। विश्व की सबसे बड़ी जहाजरानी नहर स्वेज नहर है। गल्फस्ट्रीम धारा की उत्पत्ति मेक्सिको की खाड़ी में होती है। दैनिक ज्वार भाटा के मध्य समयांतर 24 घंटे 52 मिनट में आता है। मानसूनी प्रदेशों में सर्वाधिक वर्षा उत्तरी भारत में होती है। उष्ण मानसूनी प्रदेश का सर्वाधिक विस्तार एशिया में है। कांगो घाटी में विषुवतीय प्रकार की जलवायु पाई जाती है। मानसूनी प्रदेश को वृद्धि शील प्रदेश भी कहा जाता है।