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Saturday, May 9, 2020

विश्व एवम भारत में रेल,रेलमार्ग, तथा रेल कारखाने - Railways, railroads, and railway factories in the world and India.

                     * भारतीय रेल*

भारतीय रेल एशिया की सबसे बड़ी और विश्व की द्वितीय नंबर की सबसे बड़ी रेल है। भारत में रेल 16 अप्रैल 1853 में मुंबई से थाणे के मध्य प्रारंभ हुई थी। जिसने कुल 21 मील की दूरी तय की, इस रेलगाड़ी में 14 डिब्बे थे, जिसमें लगभग 400 सवारियां थी। भारत में सबसे तेज रेल गाड़ी शताब्दी एक्सप्रेस है। भारत में सबसे पहले विद्धूतीक्रत रेल मुंबई से कुर्ला तक सन 1925 ईस्वी में चलाई गई। भारत में रेलवे बोर्ड की स्थापना 1905 ईस्वी में हुई थी। कोंकण रेलवे परियोजना की लंबाई 760 किलोमीटर है। रेलवे स्टाफ कॉलेज बड़ौदा गुजरात में है। भारतीय रेलवे का राष्ट्रीयकरण सन 1950 ईसवी में हुई थी। कोंकण रेलवे परियोजना महाराष्ट्र, गोवा, कर्नाटक से होकर गुजरती हैं। भारत और पाकिस्तान के बीच चलने वाली दो ट्रेनों समझौता एक्सप्रेस अटारी से लाहौर एवम थार एक्सप्रेस है। रेल का सबसे बड़ा नेटवर्क विश्व में अमेरिका के पास है। भारतीय रेलवे में 16 लाख से भी अधिक कर्मचारी कार्यरत हैं। भारतीय रेलवे का मुख्यालय नई दिल्ली में स्थित है। भारतीय रेल के 18 रेलवे मंडल मौजूद हैं।


          * विश्व के प्रमुख रेलमार्ग *


दुनिया में ब्रिटेन देश में सर्वप्रथम रेलमार्ग का निर्माण हुआ। दुनिया की प्रथम रेलगाड़ी सन 1825 ईस्वी में चली। विश्व का सबसे लंबा रेलमार्ग ट्रांस साइबेरियन रूस में है। दुनिया में रेलमार्ग की लंबाई सबसे अधिक संयुक्त राज्य अमेरिका में है।एशिया के चीन देश में सर्वाधिक लंबी रेलमार्ग है। विश्व की सबसे लंबी रेल सड़क सुरंग सीकान - जापान में है। यूरो सुरंग (चैनल सुरंग) इंग्लैंड और फ्रांस को जोड़ती है। कनाडाई प्रशांत रेलवे मार्ग पश्चिमी तट पर सेंट जॉन से पूर्वी तट पर वैंकूवर तक चलता है। यह क्यूबेक और मॉन्ट्रियल के औद्योगिक क्षेत्रों को जोड़ता है। कनाडा के राष्ट्रीय रेलवे मार्ग हेलीफैक्स शहर नोवा स्कॉशिया और ब्रिटिश कोलंबिया प्रिंस रूपर्ट के बीच चलती है। काहिरा केपटाउन ट्रांस कॉन्टिनेंटल रेलवे मिस्र की राजधानी कैरो और दक्षिण अफ्रीका की संवैधानिक राजधानी केपटाउन, आसवान, अदीस अबाबा, होते हुए मोमबासा तक जाती है। ट्रांस ऑस्ट्रेलिया रेलवे ऑस्ट्रेलिया का सबसे लंबा रेलमार्ग है, जो पूर्वी सिडनी को पश्चिमी पर्थ तक चलती है, ब्रोकन हिल कलगोरी और कूलगाडी मार्ग का मुख्य जंक्शन है, कलगोरी और कूलगार्दी दुनिया की महत्वपूर्ण सोने की खदानें हैं। ट्रांस कोकेशियान रेल मार्ग सोवियत संघ के बातुम शहर से फरगना और कुस्क शहर तक चलती है। ओरियंट एक्सप्रेस रेलवे यूरोप का सबसे महत्वपूर्ण रेल मार्ग है, जो फ्रांस के पेरिस शहर और तुर्की के कोंसितिनटिनोप शहर के बीच चलती है। उत्तरी ट्रांस महाद्वीपीय रेलवे सियेटल को न्यू यॉर्क से जोड़ती हैं। मिड ट्रांस महाद्वीपीय रेलवे मार्ग सैन फ्रांसिस्को और न्यूयॉर्क के बीच चलती है। दक्षिणी ट्रांस महाद्वीपीय रेलवे मार्ग लॉस एंजेल्स को न्यूयॉर्क और न्यू ऑरलियंस को जोड़ती है।


             * भारतीय रेल कारखाने *


डीजल लोकोमोटिव वर्क्स कारखाना वाराणसी में स्थित है। डीजल रेल इंजन कारखाना मडुवादीह में स्थित है। इंट्रीगल कोच फैक्ट्री बी.जी डिब्बा निर्माण पेरंबूर चेन्नई में स्थित है। तीसरी रेल कोच फैक्ट्री रायबरेली में स्थित है। रेल कोच फैक्ट्री कपूरथला में स्थित है। व्हील एवम एक्सल संयंत्र कारखाना बेंगलुरु में स्थित है। विद्युत रेल इंजन चितरंजन लोकोमोटिव वर्क्स कारखाना चितरंजन में स्थित है। डीजल इंजन के पुर्जे निर्मित या डीजल कंपोनेंट वर्क्स कारखाना पटियाला हरियाणा राज्य में स्थित हैं। डीजल लोकोमोटिव कंपनी, डीजल इंजन जमशेदपुर में स्थित है। भारत हेवी इलेक्ट्रिकल डीजल इंजन कंपनी भोपाल में स्थित है। रेल कोच फैक्ट्री बी.जी डिब्बा निर्माण, कपूरथला पंजाब में स्थित है। भारत अर्थमूवर्स लिमिटेड कंपनी बेंगलुरु कर्नाटक में स्थित है।


    *भारत में मेल एक्सप्रेस गाड़ियों की सूची*


राजधानी एक्सप्रेस - ये रेलगाड़ी भारत के मुख्य शहरों को सीधे राजधानी दिल्ली से जोड़ती हैं।यह लगभग 130 से 140  किलोमीटर की गति से चल सकती हैं, इसकी शुरुआत सन 1969 में हुई थी।

गतिमान एक्सप्रेस - दिल्ली से आगरा के बीच 160 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चलने वाली रेल है। 

शताब्दी एक्सप्रेस - शताब्दी रेल वातानुकूलित इंटरसिटी रेल है, जो केवल दिन में चलती है, भोपाल शताब्दी एक्सप्रेस भारत की सबसे तेज रेलों में से एक है, जो दिल्ली से हबीबगंज ( भोपाल) के बीच चलती है, ये रेलगाड़ी 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार तक चल सकती हैं। इसकी शुरुआत 1988 में हुई थी।

दुरोंतो एक्सप्रेस - 2009 में शुरू की गई यह रेल सेवा एक नॉन स्टॉप रेल है, जो भारत के मेट्रो शहरों और राज्यों की राजधानियों को आपस में जोड़ती है, इस रेल की रफ्तार लगभग राजधानी एक्सप्रेस के बराबर होती है।

एसी एक्सप्रेस - ये पूर्ण वातानुकूलित रेलगाड़ी भारत के मुख्य शहरों को आपस में जोड़ती है, ये भी भारत की सबसे तेज रेलगाड़ियों में शामिल है, जिसकी रफ्तार लगभग 130 किलोमीटर प्रति घंटा है।

तेजस एक्सप्रेस - ये भी शताब्दी एक्सप्रेस की तरह पूर्ण वातानुकूलित रेलगाड़ी है, लेकिन शताब्दी एक्सप्रेस से हटकर इसमें स्लीपर कोच भी होते हैं, जो लंबी दूरी के लिए काम आती है।

डबल डेकर एक्सप्रेस - ये भी शताब्दी एक्सप्रेस की तरफ पूर्ण वातानुकूलित दो मंजिला एक्सप्रेस रेल है, यह केवल दिन में सफर तय करती है, और भारत की सबसे तेज चलने वाली रेलगाड़ी है।

उदय एक्सप्रेस - दो मंजिला, पूर्ण वातानुकूलित, उच्च प्राथमिकता, सीमित स्टॉप एवं रात्रि यात्रा के लिए अच्छी मानी जाती है।

जनशताब्दी एक्सप्रेस - शताब्दी एक्सप्रेस की सस्ती किस्म वाली एक्सप्रेस, इसकी गति 130 किलोमीटर प्रति घंटा, AC और Non-AC दोनों प्रकार की होती हैं।

गरीब रथ एक्सप्रेस - वातानुकूलित, गति अधिकतम 130 किलोमीटर प्रति घंटा, साधारण कोच से लेकर 3 टियर वर्थ होते हैं।

इनके अतिरिक्त और भी महत्वपूर्ण एक्सप्रेस रेल गाड़ियां हैं जो इस प्रकार हैं - हमसफर एक्सप्रेस, संपर्क क्रांति एक्सप्रेस, युवा एक्सप्रेस, कवि गुरु एक्सप्रेस, विवेक एक्सप्रेस, सुपरफास्ट एक्सप्रेस, इंटरसिटी एक्सप्रेस, राजरानी एक्सप्रेस, फास्ट पैसेंजर, सबअर्बन एक्सप्रेस, अंतोदय और जनसाधारण एक्सप्रेस, महामना एक्सप्रेस एवं पर्यटक रेलगाड़ियां।

हेरिटेज ट्रेन दार्जिलिंग हिमालय रेलवे - इसे टॉय ट्रेन भी कहते हैं, जो दार्जिलिंग के पहाड़ी इलाकों में चलती है।